मेरे जीवन का पल-पल
प्रभु तेरा पूजन हो जाए,
श्वास-श्वास में मधुर नाम
भौंरे-सा गुंजन हो जाए।
जब भी नयन खुलें तो देखूँ
तेरी मोहिनी मूरत को,
मेरा मन हो अमराई
तू कोकिल-कूजन हो जाए।
जग में मिले भुजंग अनगिनत
उनके दंशो की क्या गिनती?
वह दुःख भी अच्छा है जिसमें
तेरा सिमरन हो जाए ।
हृदय धरा पर बरसो प्रभुवर
श्यामल मेघों-से रिमझिम,
कृपा दृष्टि की धारा बरसे
जीवन सावन हो जाए।
इतना छ्ल पाया पग-पग
दुनिया का प्रेम भयावह है,
अब तुमसे नाता ना टूटे
ऐसा बंधन हो जाए ।
प्रभु तेरा पूजन हो जाए,
श्वास-श्वास में मधुर नाम
भौंरे-सा गुंजन हो जाए।
जब भी नयन खुलें तो देखूँ
तेरी मोहिनी मूरत को,
मेरा मन हो अमराई
तू कोकिल-कूजन हो जाए।
जग में मिले भुजंग अनगिनत
उनके दंशो की क्या गिनती?
वह दुःख भी अच्छा है जिसमें
तेरा सिमरन हो जाए ।
हृदय धरा पर बरसो प्रभुवर
श्यामल मेघों-से रिमझिम,
कृपा दृष्टि की धारा बरसे
जीवन सावन हो जाए।
इतना छ्ल पाया पग-पग
दुनिया का प्रेम भयावह है,
अब तुमसे नाता ना टूटे
ऐसा बंधन हो जाए ।
प्रिय मीना बहन -- एक विराम के बाद आपकी भावपूर्ण रचना पढ़कर बहुत अच्छा लग रहा है | आशा है आप अब पहले से बहुत बेहतर महसूस कर रही होंगी | ईश्वर के प्रति बहुत ही श्रद्धा भाव से लिखी गयी अप्रितम प्रार्थना जिसमें से मन की व्यथा छुपाये नहीं छुप रही | ये प्रार्थना आंतरिक शक्ति का भी प्रतीक है --
जवाब देंहटाएंजग में मिले भुजंग अनगिनत
उनके दंशो की क्या गिनती?
वह दुःख भी अच्छा है जिसमें
तेरा सिमरन हो जाए ।!!!!
अनूठे भावों से सजी भक्ति रचना के लिए आपको सस्नेह शुभकामनायें | आप आंतरिक ऊर्जा से भरी रहें यही कामना है |
सुंंदर,स्वच्छ भावों से सजी हर पंक्तियाँ..🙏
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रार्थना.
जवाब देंहटाएंब्लॉग जगत में पुनरागमन पर अभिनंदन.
बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर भावों से सुसज्जित रचना, मीना दी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कविता।
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
iwillrocknow.com
आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है. https://rakeshkirachanay.blogspot.com/2019/03/112.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंजग में मिले भुजंग अनगिनत
जवाब देंहटाएंउनके दंशो की क्या गिनती?
वह दुःख भी अच्छा है जिसमें
तेरा सिमरन हो जाए ।
बहुत सुंदर ,भाव विभोर करती प्रार्थना ,सादर स्नेह मीना जी
बेहद सरल सहज और सारगर्भित अभिव्यक्ति दी...जीवन के उतार चढ़ाव में आत्मबल सदैव उच्च रहे और सकारात्मकता का अनवरत प्रवाह बना रहे यही कामना है।
जवाब देंहटाएंआप सभी का तहेदिल से धन्यवाद सराहना के लिए।
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