विघ्नहर्ता विनायक की असीम कृपा, मेरे कान्हा के अनुग्रह, माँ शारदे के कृपा कटाक्ष, गुरुजनों, माता-पिता, व पूर्वजों के आशीर्वाद से आज मेरे तीसरे कविता संकलन 'तब गुलमोहर खिलता है' का प्रकाशन कार्य संपूर्ण हुआ और वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर यह पाठकों के लिए उपलब्ध हो गई है।
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मेरी हर पुस्तक की तरह इस पुस्तक के प्रकाशन में भी आदरणीय अयंगर जी का अतुल्य व अमूल्य योगदान रहा। इस सहयोग को कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता।
प्रिय मीना, सबसे पहले इस शुभ अवसर पर ढेरों बधाइयां और शुभकामनाएं ।घरेलू जिम्मेदारियों और अध्यापन कर्म की अत्यन्त व्यस्त दिनचर्या से समय बचाकर , विगत पांच सालों में तीसरे काव्य-संग्रह तक पहुंच पाना अपने आप में विलक्षण उपलब्धि है। ये काव्य संग्रह-मात्र नहीं, एक साहित्य-साधिका की साहित्य के प्रति अनन्य लगन और निष्ठा का प्रतीक है। ये काव्य रसिकों के लिए अनमोल उपहार है। आपकी सरस और मधुर रचनाएँ पुस्तक रुप में, साहित्य की अमूल्य धरोहर बनकर रहेंगी। पुस्तक पाठकों के बीच लोकप्रिय हो, यही कामना और दुआ है। मैंने पुस्तक की प्रति बुक करवा दी है। उसे अपनी आँखो से देखने की प्रबल उत्कंठा है। पुनःसस्नेह बधाई और शुभकामनाएं 🎂🎂🎉🎉🎊🎊💐💐🌷🌷💐💐🎈
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आपके स्नेह एवं सहयोग के लिए, प्रिय रेणु।
हटाएं🙏🙏🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंइतनी ऊँचाइयाँ मत दीजिए कि धरती से कदम उठ पड़ें
ऊँचाइयाँ देने की सामर्थ्य मुझमें नहीं है। जो सच है वही कहा। सादर धन्यवाद।
हटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर रविवार 06 फ़रवरी 2022 को लिंक की जाएगी ....
जवाब देंहटाएंhttp://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
!
सादर धन्यवाद आदरणीय रवींद्रजी
हटाएंबहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं आपको मीना जी।
जवाब देंहटाएंसादर धन्यवाद आदरणीय जितेन्द्र माथुर जी
हटाएंबहुत बहुत बधाई मीना जी ! ईश्वर की कृपा से आपकी पुस्तक ‘तब गुलमोहर खिलता है' लोकप्रियता के आयाम स्थापित करे ।
जवाब देंहटाएंसादर धन्यवाद आदरणीया मीना जी
हटाएंबहुत बहुत बधाई मीना जी!
जवाब देंहटाएंसादर धन्यवाद आदरणीया अनिताजी
हटाएंबहुत-बहुत बधाई मीना जी ! आपके काव्य-संग्रह की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंसादर धन्यवाद आदरणीय गोपेश मोहन जी
हटाएंहार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंसादर धन्यवाद आदरणीया विभा दी
हटाएंबहुत बहुत बधाई आपको इस संग्रह प्रकाशन की ...
जवाब देंहटाएंसादर धन्यवाद आदरणीय दिगंबर सर
हटाएंबहुत बहुत बधाई । यूँ ही गुलमोहर खिलते रहें
जवाब देंहटाएंसादर धन्यवाद आदरणीया संगीता दीदी
हटाएंगुलमोहर खिलता रहा है और खिलता रहेगा, आप की कविताओं का संसार भी गुलमोहर की भांति ही अपनी खुबसूरती बिखेरता रहे यही कामना है। बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं मीना जी,देर से उपस्थित होने के लिए क्षमा चाहती हूं।
जवाब देंहटाएंमीना जी, लिंक नहीं खुल रहा है, एक बार ध्यान दिजियेगा
जवाब देंहटाएंअब लिंक खुल रहा है।
हटाएंसादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (20-2-22) को 'तब गुलमोहर खिलता है'(चर्चा अंक-4346)पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
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कामिनी सिन्हा
बहुत बहुत बधाई, मीना दी। आपकी किताब पाठकों के बीच लोकप्रिय हो यहीं शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंदिल की गहराइयों से अनेकानेक शुभकामनाएँ आदरणीय मीना दी जी। अत्यंत हर्ष हुआ यह पढ़कर।
जवाब देंहटाएं'तब गुलमोहर खिलता है' काव्य संग्रह कामयाबी का शिखर प्राप्त करे।
आपको बहुत बहुत सारा स्नेह।
हार्दिक शुभकामनाएँ।
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