एक हृदय पाने की कोशिश !
इस कोशिश में शब्द छिन गए
इस कोशिश में शब्द छिन गए
चेहरे की मुस्कान छिन गई
अंतर के सब बोल छिन गए
यादों के सामान छिन गए !
पर हँसने गाने की कोशिश !
पर हँसने गाने की कोशिश !
एक हृदय पाने की कोशिश !
इस दरिया की गहराई में
डूबे उतरे, पार नहीं था
रात गुज़रती तनहाई में
सपनों का उपहार नहीं था !
ज़िंदा रह पाने की कोशिश !
ज़िंदा रह पाने की कोशिश !
एक हृदय पाने की कोशिश !
एक हृदय जो कहीं और था
किसी और की थाती था वह
जीवनभर के संग साथ की
किसी प्रिया की पाती था वह !
कैसी दीवाने की कोशिश !
कैसी दीवाने की कोशिश !
वही हृदय पाने की कोशिश !
किसी बात पर नहीं रीझना
किसी बात पर नहीं रीझना
किसी बात पर नहीं खीझना
मुझको तुमसे नहीं जीतना
पहली बारिश नहीं भीगना !
दूर चले जाने की कोशिश !
दूर चले जाने की कोशिश !
एक हृदय पाने की कोशिश !
धड़कन के इस करुण रुदन पर
घायल मन के मौन कथन पर
अट्टहास करते रहना तुम
इस भोले से अपनेपन पर !!!
इंद्रधनुष छूने की कोशिश !
एक हृदय पाने की कोशिश !!!
आहा..वेदना का करुण गान...शब्द शब्द भाव भरे हैं...मर्मस्पर्शी सृजन दी👌
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भाव मीना जी.
जवाब देंहटाएंआपकी कविता में शब्द, पहाड़ी नदी का प्रवाह लिए होते हैं.
एक हृदय जो कहीं और था
जवाब देंहटाएंकिसी और की थाती था वह
जीवनभर के संग साथ की
किसी प्रिया की पाती था वह !
कैसी दीवाने की कोशिश !
वही हृदय पाने की कोशिश !...
आपकी इस रचना ने वाकई मंत्रमुग्ध व विस्मित कर दिया है आदरणीया मीना जी। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ ।
सादर नमस्कार !
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना "साप्ताहिक मुखरित मौन में" शनिवार 22 जून 2019 को साझा की गई है......... "साप्ताहिक मुखरित मौन" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
बहुत बहुत आभार मीना जी।
हटाएंबेहतरीन रचना
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना ,लाजबाब मीना जी ,एक एक शब्द हृदय में पीर जगाता हुआ
जवाब देंहटाएंदिल को छूती बहुत ही सुंदर रचना मीना दी।
जवाब देंहटाएंआप सभी का हृदय से शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में रविवार 01 दिसम्बर 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
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