चिड़िया
https://chidiyya.blogspot.in
रविवार, 13 फ़रवरी 2022
नश्वर हर रेशा बंधन का !
›
मैं जीवन के शब्दकोष में अर्थ ढूँढ़ती अपनेपन का ! भीतर जलती एक चिता है, बाहर उत्सव, गीत सृजन का। हृदय बावरा अब भी सोता स्मृतियों को रखकर सिरहा...
20 टिप्पणियां:
शनिवार, 5 फ़रवरी 2022
'तब गुलमोहर खिलता है' - मेरा तीसरा कविता संग्रह
›
विघ्नहर्ता विनायक की असीम कृपा, मेरे कान्हा के अनुग्रह, माँ शारदे के कृपा कटाक्ष, गुरुजनों, माता-पिता, व पूर्वजों के आशीर्वाद से आज मेरे तीस...
27 टिप्पणियां:
बुधवार, 2 फ़रवरी 2022
विशेष
›
हर उस व्यक्ति के लिए जो मेरे लिए विशेष रहा, मैं कभी विशेष ना रही । हर एक विशेष प्रसंग पर, मेरे विशेष लोगों ने अहसास कराया था मुझे मेरे साम...
29 टिप्पणियां:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें