tag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post4831782998012777985..comments2024-03-24T06:51:21.324+05:30Comments on चिड़िया: रिश्तेMeena sharmahttp://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-69435896815162595422022-11-28T22:22:05.002+05:302022-11-28T22:22:05.002+05:30बूँदें बनकर सिमट गए हैं,
नयनों की गीली कोरों में ,...बूँदें बनकर सिमट गए हैं,<br />नयनों की गीली कोरों में ,<br />दो मुट्ठी अपनापन पीकर<br />सारी उम्र बरसते रिश्ते ।👌👌👌<br />प्रिय मीना, रिश्तों से जुड़ी हर अनुभूति पर विहंगम दृष्टिपात किया है आपने।रिश्तों के लिए ही इन्सान जीता है संसार में।और यही इनमें संतुलन ना हो तो कहीं न कहीं इन्सान अनगिन प्रश्नों से दोचार होता बहुत पीड़ा में जीता है।पर रिश्तों की यही धूप-छाँव ही तो हर किसी को सही अर्थों में रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-57503281659603321262022-11-28T21:00:23.808+05:302022-11-28T21:00:23.808+05:30एहसासों का पुलिंदा!
बहुत सुंदर सृजन।एहसासों का पुलिंदा!<br />बहुत सुंदर सृजन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-34347567130397051662022-11-28T17:20:15.692+05:302022-11-28T17:20:15.692+05:30हृदयस्पर्शी रचना दी।
कुछ पंक्तियाँ आपकी रचना पर-
र...हृदयस्पर्शी रचना दी।<br />कुछ पंक्तियाँ आपकी रचना पर-<br />रिश्ते बाँधे नहीं जा सकते<br />बस छुये जा सकते है<br />नेह के मोहक एहसासों से<br />स्पर्श किये जा सकते है<br />शब्दों के कोमल उद्गारों से<br />रिश्ते दरख्त नहीं होते है<br />लताएँ होती है जिन्हें<br />सहारा चाहिए होता है<br />भरोसे के सबल खूँटों का<br />जिस पर वो निश्चिंत होकर<br />पसर सके मनचाहे आकार में..।<br /><br />सादर<br />स्नेहSweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-60739300074252264692022-11-28T14:38:21.991+05:302022-11-28T14:38:21.991+05:30जितना बूझूँ, उतना उलझें
एक पहेली जैसे रिश्ते।
वाक...जितना बूझूँ, उतना उलझें<br />एक पहेली जैसे रिश्ते।<br /><br />वाकई एक पहेली से ही होते हैं रिश्ते... अब कोन बूझ पाये और किसी सेअबूझे ही रह जाते हैं ये रिश्ते... समय और किस्मत पर भी निर्भर रहते हैंहे रिश्ते ...<br />बहुत ही लाजवाब सृजन<br />वाह!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-60027445487453209052022-11-28T10:59:34.750+05:302022-11-28T10:59:34.750+05:30आदरणीया मैम, आपकी यह रचना पहले भी पढ़ी है, आज पुनः ...आदरणीया मैम, आपकी यह रचना पहले भी पढ़ी है, आज पुनः पढ़ कर आनंदित हूँ । सम्बन्धों की सुंदरता और मिठास से भरी हुआ रचना। इसे पढ़ कर ही मन स्नेह से भर जाता है। हार्दिक आभार एवं सादर प्रणाम। एक नया लेख डाला है अपनी डायरी में , कृपया पढ़ कर आशीष दें।Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-32592372567903031792022-11-27T16:28:56.587+05:302022-11-27T16:28:56.587+05:30आपकी लिखी रचना सोमवार 28 नवम्बर 2022 को
प...आपकी लिखी रचना सोमवार 28 नवम्बर 2022 को <br /><a href="http://halchalwith5links.blogspot.com/" rel="nofollow">पांच लिंकों का आनंद</a> पर... साझा की गई है <br />आप भी सादर आमंत्रित हैं।<br />सादर<br />धन्यवाद।<br /><br />संगीता स्वरूप <br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-68212023578824020822022-11-21T22:54:57.534+05:302022-11-21T22:54:57.534+05:30वाह !
रिश्तों की सच्चा अर्थ समझती बहुत सुंदर सराहन...वाह !<br />रिश्तों की सच्चा अर्थ समझती बहुत सुंदर सराहनीय रचना ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-85052206032104549542022-11-21T17:54:23.141+05:302022-11-21T17:54:23.141+05:30सुन्दर प्रस्तुतिसुन्दर प्रस्तुतिOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-20931484245956437902022-11-21T06:58:41.416+05:302022-11-21T06:58:41.416+05:30आदरणीया मैम, रिश्तों की मिठास और महत्व को दर्शाती ...आदरणीया मैम, रिश्तों की मिठास और महत्व को दर्शाती बहुत ही भावपूर्ण रचना। सादर प्रणामAnanta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-87227168455524342702022-11-20T20:16:14.392+05:302022-11-20T20:16:14.392+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (२१-११-२०२२ ) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/ " rel="nofollow"> 'जीवन के हैं मर्म'(चर्चा अंक-४६१७)</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-69284706105605298572022-11-20T18:03:42.276+05:302022-11-20T18:03:42.276+05:30कभी लहू - से सुर्ख रंग के,
कभी हरे हैं हरी दूब - स...कभी लहू - से सुर्ख रंग के,<br />कभी हरे हैं हरी दूब - से ।<br />कभी प्रेम रंग रंगे गुलाबी ,<br />पल - पल रंग बदलते रिश्ते।<br />रिश्तों को परिभाषित करती अत्यंत सुन्दर कृति मीना जी ! Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-787380833471009450.post-61218343142767694072022-11-19T12:42:57.470+05:302022-11-19T12:42:57.470+05:30आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द&q...<i><b> आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" रविवार 20 नवम्बर 2022 को साझा की गयी है....<a href="http://halchalwith5links.blogspot.com/" rel="nofollow"> <br />पाँच लिंकों का आनन्द पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com